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"हम गर्व से भारत की राजधानी का निर्माण करते हैं"
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परिदृश्य

दिल्ली 1497 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है । यह देश के सबसे हरित महानगर में से एक है । इस शहर ने वर्तमान समय में अपने खुले स्थानों पर बढ़ते हुए दबाव के साथ आश्चर्यजनक विकास किया है । दिल्ली विकास प्राधिकरण (दि.वि.प्रा.), जो भारत का प्रथम शहरी विकास प्राधिकरण है, अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत कई छोटे तथा बड़े पार्कों के साथ खुले स्थानों के विकास जैसे क्षेत्रीय पार्क, जिला पार्क, हरित पट्टियों तथा समीपवर्ती हरित क्षेत्र आदि की ओर सजग प्रयास के साथ अपने हरित स्थलों के पूर्ण विकास तथा प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । दि.वि.प्रा. शहर के वायुप्रद स्थलों, हरित क्षेत्रों के उन्नयन तथा प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध है । इसके लिए दि.वि.प्रा. जैव-वैविध्य पार्कों का विकास, नदी मुहाना विकास, ढलाव स्थलों का सुधार तथा जलाशयों का पुनरूद्धार तथा झीलों के पुनरूद्धार के प्रयास किए हैं ।

मुख्य योजना में निर्धारित मानदंडों के अनुसार क्षेत्रीय पार्कों से संबंधित डिजाइन बनाना और नीति संबंधी निर्णय लेना ।

समीपवर्ती पार्कों, खेल के मैदानों, बाल उद्यानों के साथ दि.वि.प्रा. के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत सभी जिला पार्कों का डिजाइन बनाना ।

दि.वि.प्रा. ने जैव-वैविध्य पार्कों, नदी मुहाना विकास, ढलाव स्थलों का सुधार-इन्द्रप्रस्थ पार्क, आस्था कुंज और तुगलकाबाद ऐतिहासिक परियोजनाएं जैसी विशेष परियोजनाएं प्रारंभ की है । जल संचयन तथा वर्षा जल संरक्षण, भूजल जलदायी स्तर का पुनर्भरण विभिन्न हरित क्षेत्रों की योजना का अनिवार्य भाग है ।

हरित क्षेत्रों की डिजाइनिंग और उन्नयन की प्रक्रिया में निःशक्त व्यक्तियों के लिए डिजाइन शामिल करने के प्रयास किए गए हैं । दि.वि.प्रा. ने इन पर विचार किया है तथा उनकी भू-दृश्यांकन डिजाइन में इस प्रकार की विशेषताएं शामिल कर पाया है । ये डिजाइन प्रवेश स्थल, बच्चों के खेलने के स्थान, बैठने के स्थान तथा रास्तों में किए गए हैं । उदाहरण के लिए मिलेनियम पार्क के प्रवेश स्थल पर निःशक्त व्यक्तियों की सुगम पहुँच के लिए ढलान वाले रास्ते बनाए गए हैं ।

आरक्षित वनों, क्षेत्रीय पार्कों और संरक्षित वनों में बांस से बने आश्रय स्थलों द्वारा दि.वि.प्रा. हरित क्षेत्रों में नई पद्धति अथवा पर्यावरणीय अनुकूल संकल्पना तथा सामग्री का प्रयोग किया गया है ।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत पार्कों और खेल के मैदानों में शौचालयों और कूडेदानों की व्यवस्था की गई है।

पार्कों में बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के लिए खुली व्यायामशाला (ओपन जिम) संकल्पना को प्रारंभ करने की पहल की गई है ।

सुरक्षा के उद्देश्य से फाइबर ग्लास मेटिरियल से निर्मित बच्चों के खेल उपकरणों की व्यवस्था का प्रस्ताव किया गया है ।

विशेषताएं:

दि.मु.यो. 2021 के पर्यावरणीय अध्याय की समीक्षा हेतु प्रलेखन ।

यू.सी.सी.आर.वाई. के जनादेश प्रतिपादन और यू.सी.सी.आर.वाई. की अंतिम अधिसूचना का प्रलेखन ।

‘पार्कों को गोद लेना‘ स्कीम की नीति के निबंधन एवं शर्तों में संशोधन ।

बाहरी विशेषज्ञ सदस्यों के साथ दि.वि.प्रा. के पार्कों में शिल्पकला को बढ़ावा देना ।

पार्कों में ‘हरित दिल्ली स्वच्छ दिल्ली‘ संकल्पना को बढ़ावा देना ।

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